जनरल केएम करिअप्प की याद में मनाया जाता है थल सेना दिवस

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सेनाध्यक्ष को तो हर सैनिक सैल्यूट करता है, लेकिन लेफ्टिनेंट जनरल (1986 में फील्ड मार्शल) केएम करिअप्पा रिटायरमेंट के बाद अपने दिन की शुरुआत सैनिक के प्रतीक चिह्न को सैल्यूट के साथ करते थे। वे 15 जनवरी 1949 में भारतीय सेना के प्रथम सेनाध्यक्ष बने थे। 1953 में रिटायरमेंट पार्टी में जनरल ने आर्मी हेडक्वार्टर से भारतीय सैनिक का प्रतीक चिह्न मांगा था। उनका मानना था कि इन जवानों के कारण ही मैं इस ऊंचाई तक पहुंचा।

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